हार्टबर्न क्या होता है ? हार्टबर्न का मुख्य कारण और उपाय जाने

कहते हैं पेट सफा तो हर रोग दफा , यह बात यूं ही नहीं कही गई है क्योंकि ज्यादातर बीमारियां पेट संबंधी या पेट से होकर ही गुजरती हैं। ‌ जो हम खाते हैं वह पहले पेट में पहुंचता है इसके बाद उसका प्रभाव बॉडी के अन्य अंगों पर पहुंचता है जो प्रभावित करता है। दोस्तों एक ऐसा दौर भी था जब बीमारियां ना के बराबर होती थी। लेकिन आज दौर बदल चुका है खान-पान का तरीका बदल चुका है और बाजार में मिलने वाले प्रोडक्ट केमिकल युक्त मिल रहे हैं। जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक हैं। आज शहर हो कस्बा हो या फिर ग्रामीण क्षेत्रों ऑर्गेनिक खेती ना के बराबर रह गई है। आज जो भी फसल खेतों पर बोई जाती है उसमें केमिकल के मिश्रण युक्त खाद्य पदार्थ मिलाए जाते हैं जो कि शरीर के लिए जहर साबित हो रहे हैं। इन दिनों हार्टबर्न जैसी बीमारियां बहुत तेजी से बढ़ रही हैं ऐसी बीमारियां पुरुष महिलाएं ,बच्चे, बुजुर्ग यानी हर वर्ग के लोगों को हो रही हैं। कभी-कभी हार्टबर्न से सीने के बीचो बीच दर्द होता है जलन महसूस होती है हम उसे हार्टअटैक समझ लेते हैं असल में वह हार्टअटैक नहीं बल्कि हार्टबर्न के लक्षण होते हैं। हो सकता है कई लोगों ने पहली बार सुना हो हर्टबर्न के बारे में आखिर हार्टबर्न क्या होता है हम आपको आज अपने इस आर्टिकल में हार्टबर्न से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक बताएंगे आपको हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़ना होगा।

हार्टबर्न क्या होता है?

हार्ट बर्न जब होता है तो छाती में जलन जैसी महसूस होती है ‌ यह जलन इतनी भयानक होती है किसी ने में असहनीय दर्द होता है। ऐसा अक्सर रात में खाना खाने के बाद होता है। क्योंकि कई बार हम रात में बहुत ही तला हुआ मसालेदार भोजन करते हैं जिससे एसिडिटी गैस कब्ज जैसी बीमारी होती है और या गैस के रूप में धीरे-धीरे सीने की ओर बढ़ती है जहां जलन महसूस होती है। वैसे देखा जाए तो आज के दौर में हार्टबर्न की शिकायत आम हो गई है। इस हार्टबर्न जैसी बीमारी को खत्म किया जा सकता है इसके लिए सही पोषक युक्त खानपान की जरूरत होती है और अगर यह अधिक बढ़ जाए तो इसे दवाओं से भी ठीक किया जा सकता है कई बार यह बीमारी लंबे समय तक बनी रहती है। महिलाओं में यह बीमारी प्रेग्नेंसी के समय ज्यादा होती है। लेकिन सही खानपान और दवाओं से इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है।

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हार्टबर्न का मुख्य कारण क्या होता है ?

हार्टबर्न हर वर्ग के लोगों में होता है। हॉट बंद होने का प्रमुख कारण क्या है कि जब पेट में मौजूद एसिड भोजन नली में आ जाता है। और फिर जब आप कुछ निगलते हैं तो आपके अन्य प्रणाली के नीचे कि चारों तरफ की मांसपेशियां भोजन और तरल पदार्थ को आप के पेट के नीचे ले जाती हैं। इसके बाद सभी मांसपेशियां पुनः कस जाती हैं ‌ यदि आपका लोअर इसोफेगल स्पेक्टर कमजोर होता है। या फिर ठीक तरह से बिल्कुल भी काम करना बंद कर देता है। फिर पेट में एसिड पुना अन्ना प्रणाली में चला जाता है। लेटे या झूठे समय एसिड वापस आना गंभीर हो सकता है। हार्ट बर्न मुख्यता इसी प्रकार से होता है।

हार्टबर्न के लक्षण

1. रात को लिया गया हाईवे भोजन तेल मसाले युक्त भोजन के कारण सीने में जलन के साथ दर्द होना
2. जलन के कारण बार बार खांसी आना और सांस फूलना
3. पेट में दर्द होना, और ऊपरी एब्डोमेन में दर्द होना
4. खाना निगलने में दिक्कत होना
5. मुंह से अमली और कड़वा स्वाद आना
6. लगातार गले में खराश होना इसके प्रमुख लक्षण है

सीने पर जलन होने पर क्या खाएं?

हार्टबर्न एक बहुत ही गंभीर बीमारी है ‌ । इस तरह की बीमारियों पर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए ‌ जब भी आपके सीने में जलन या दर्द महसूस हो आपको तुरंत घरेलू उपाय करने चाहिए अगर उसके बावजूद भी ठीक नहीं हुआ तो फिर आपको नजदीकी डॉक्टर के पास जाना चाहिए । आइए आप समझते हैं कि सीनी में अगर जलन हो तो क्या खाएं
1. अदरक को थोड़ा सा भुज कर चबाने से दर्द कम होता है
2. सौंफ को चबाने से जलन दूर होती है
3. ठंडा दूध और ठंडा पानी पी सकते हैं
4. गुड़ नारियल पानी छाछ केला सेब आंवला का सेवन कर सकते हैं
5. एलोवेरा का जूस सीने में जलन और दर्द को कम करने में अधिक मददगार है ‌

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हार्टबर्न का दर्द कितनी देर तक रहता है?

हमारे बिगड़े खानपान से हार्टबर्न की शिकायत होती है । जिससे पूरे सीने में या सीने के एक तरफ जलन और तेजी से दर्द उठता है । उपचार करने के बावजूद हार्ट बर्न का दर्द 15 मिनट आधे घंटे 1 घंटे या इससे अधिक भी बना रह सकता है । उपचार के पश्चात हार्टबर्न ठीक हो जाता है लेकिन कुछ दिनों बाद पुनः यह ट्वरण और सीने में जलन और दर्द फिर से उभर आता है कभी-कभी यह दर्द असामान्य होता है इस दर्द से पूरे शरीर में पसीना आने लगता है जी मचलाता है सिर घूमने लगता है और दर्द अधिक समय तक बना रहता है।

हार्टबर्न और हार्ट अटैक के बीच क्या अंतर है?

कई बार ऐसा देखा गया है की हॉट के स्थान पर यह सीने के किसी एक कोने पर या फिर पूरे सीने पर तेजी से जलन और दर्द होता है इसके साथ पसीना जी मिचलाना और चक्कर आना महसूस होता है हम इसे कई बार हार्ट अटैक समझ लेते हैं। लेकिन हमें यह समझना होगा किधर साल जिए हार्टअटैक नहीं बल्कि हार्टबर्न के कारण भी होता है। ऐसे में हम कैसे पता लगाएं कि यह हार्टबर्न के लक्षण हैं या हार्ट अटैक के लक्षण हैं। हॉट बनियानी सीने में जलन होना आमतौर पर रात में अधिक तली भोजन मसाले युक्त भोजन करने से होता है। जो लोग रात में खाना खाने के बाद तुरंत लेट जाते हैं टहलते नहीं हैं उसके कारण एसिड बनना शुरू हो जाता है और थोड़ी देर बाद सीने में जलन और दर्द उठने लगता है। लेकिन हार्ट अटैक खाना खाने के तुरंत बाद भी हो सकता है। हार्ट अटैक कभी-कभी अचानक या फिर कुछ संकेत देकर आता है जैसे सीने के बाएं और दर्द होना बाएं हाथ पर दर्द होना बाएं कंधे पर दर्द होना गर्दन में दर्द होना जबड़े पर दर्द होना आज इसके प्रमुख लक्षण हैं। हॉट बेड से तुरंत दवाओं और घरेलू उपचार से निजात पाया जा सकता है जबकि हार्टअटैक से तुरंत निजात नहीं पाया जा सकता इसके लिए शीघ्र ही डॉक्टर के पास जाना पड़ता है।

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क्या खाने से हार्ट अटैक नहीं आता?

दिल के मरीजों को खाने पीने को लेकर बहुत एहतियात बरतना पड़ता है। क्योंकि पहले भी वह हार्टअटैक जैसी स्थिति से गुजर चुके होते हैं ऐसे मोनी खानपान को लेकर विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। हम आपको बताएंगे हार्ट अटैक मरीज को क्या खाना चाहिए क्या नहीं। के मरीज स्ट्रॉबेरी बेरी अंगूर और रसभरे फल खाने चाहिए। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा शहीद संतरा मुसम्मी आज खट्टे फल का सेवन भी कर सकते हैं ऐसे फल का भी सेवन करें जो फाइबर युक्त हो दिल के मरीजों के लिए यह फल अधिक मददगार हैं। दिल के मरीजों के लिए ज्यादातर हरे पत्तेदार सब्जियां साग पालक चौराई यहां तक बैंगन , टमाटर आदि सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

हार्ट अटैक आने के चार प्रमुख लक्षण

आज के दौर में बुजुर्ग अवस्था से ज्यादा युवावस्था में हार्ट के मरीज बढ़ रहे हैं। हॉट मानव शरीर का एक नाजुक अंग है जो खून को लगातार फिल्टर करता रहता है। हॉट के पास पाई जाने वाली मांसपेशियां बहुत ही कमजोर और पतली होती है। मांसपेशियों के बीच कोई भी अन्य तरह का पदार्थ रुकावट देता है खून संचार होने में समस्या आती है इसके बाद मनुष्य को हार्ट अटैक आता है। हम आप को हार्ट अटैक आने के पहले उसके चार प्रमुख लक्षण बताते हैं।
1. हार्ट अटैक आने से पहले सीने के बाएं और जहां स्थित होता है वह तेजी से दर्द होता है
2. हार्ट का दर्द बाएं हाथ पर भी हो सकता है
3. हार्ट अटैक आने से पहले कंधे पर और गर्दन पर दर्द उठता है
4. हार्ट अटैक आने से जबड़े में दर्द पूरे सीने में दर्द यहां तक की बाएं हाथ में दर्द होता है।

हार्ट की जांच कैसे करें क्या है इसके मुख्य दवा

दिल के मरीजों के लिए हार्ट की जांच निम्न प्रकार से की जा सकती है । हार्ट की जांच ब्लड टेस्ट ,इको टेस्ट ,कार्डियक ,सिटी स्कैन, चेस्ट x-ray, ईसीजी, और हॉल्टर मॉनिटरिंग द्वारा हार्ट की जांच की जा सकती है । हार्ट अटैक से जुड़ी दवाएं एलोपैथिक जेनेरिक होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक से जुड़ी सैकड़ों दवाएं हैं । इन दवाओं को हार्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर की परामर्श से लिया जा सकता है ।

Neerfit ही NeerFit.com के लेखक और सह-संस्थापक हैं। उन्होंने रोहतक (एचआर) से कला स्नातक में स्नातक भी पूरा किया है। वह स्वास्थ्य, फिटनेस,  और bollywood movies के प्रति जुनूनी है।

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