गुर्दे की पथरी के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज – Home Remedies for Kidney Stone in Hindi (Pathri ka ilaaj)

Kidney Stone in Hindi :- Pathri ka ilaaj के बारे में तो आपने हमेशा सुना होगा, कभी-कभी हम लोगों के मुंह से सुनते हैं कि उन्हें पथरी हो गई है। लेकिन हमने कभी यह जानने की कोशिश नहीं की कि pathri ka kya ilaaj hai, और ये कैसे हो जाती है। ज्यादातर लोग पथरी को नाम से ही जानते हैं लेकिन अगर किसी से पूछा जाए कि पथरी क्या है? उन्हें पता ही नहीं है।

पथरी होना आजकल एक आम समस्या हो गई है, अगर किसी को पथरी हो जाती है तो उसे बहुत अधिक कष्ट उठाना पड़ता है, इसीलिए आज इस पोस्ट में हम आपको पथरी के उपचार के बारे में बताएंगे, जो बहुत ही सरल और प्रभावी है। पथरी औरतों की अपेक्षा मर्दों में तीन गुना अधिक पाई जाती है। ज्यादातर पथरी 20 से 30 साल की उम्र के लोगों में देखी जाती है।

लोगों में इसी बात को देखते हुए आज हम पथरी के बारे में जानकारी लेकर आये हैं, जिसमें आप पथरी को पूरी तरह से जानेंगे, जिस व्यक्ति को पथरी की शिकायत होती है उसे सबसे ज्यादा दर्द झेलना पड़ता हैं। क्योकि पथरी (किडनी स्टोन) में  कोई परेशानी नहीं होती बल्कि दर्द ही दर्द होता है। 

पथरी की समस्या के कारण रोगी को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो बहुत ही कष्टदायक होता है। और रोगी को पेशाब करते समय दर्द का अनुभव होता है। साथ ही पेशाब भी धीरे-धीरे और रुक-रुक कर निकलता है।

अगर आप जानना चाहते हैं के पथरी के लक्षण क्या हैं और इसका इलाज कैसे संभव है तो अंत तक हमारे लेख को पूरा पढ़ें।

तो चलिए सबसे पहले जानते है पथरी क्या होती है? – Pathri kya hoti hai

Table of Contents

गुर्दे की पथरी क्या हैं? – What is kidney stone in hindi

पथरी ज्यादातर गुर्दे के फिल्टर तंत्र में दोष के कारण होती है। इसमें अत्यधिक मात्रा में कुछ रसायन पेशाब में मिल जाते हैं, जो जमा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।

केल्शियम और फास्फेट के कण रह जाते हैं वो धीरे धीरे हमारे गुर्दे में जमा होने लगते हैं। कैल्शियम, फॉस्फेट के छोटे छोटे सूक्ष्म कण तो पेशाब के ज़रिये बाहर निकलते रहते हैं और जो नहीं निकल पाते वो धीरे धीरे एक दुसरे से मिलकर जमा होते रहते हैं और एक दिन ये गुर्दे की पथरी के रूप में नज़र आते हैं।

गुर्दे की पथरी क्यों होती है?

डॉक्टर्स का कहना है कि किडनी स्टोन होने का मुख्य कारण पानी की कमी है। क्‍योंकि पानी की कमी से यूरिक एसिड पतला नहीं होता है, जिससे पेशाब अधिक अम्लीय हो जाता है।

पेशाब अधिक अम्लीय होने के कारण यह शरीर में गुर्दे की पथरी का कारण बनता है। अगर यह किडनी स्टोन लंबे समय तक शरीर में बना रहे तो यह अंतहीन दर्द का कारण बन सकता है।

गुर्दे की पथरी कैसे होती है?

देखिए, अभी इसका कोई पक्का कारण नहीं है। लेकिन पथरी ज्यादातर किडनी के फिल्टर सिस्टम में खराबी के कारण होती है। इसमें कुछ रसायन अधिक मात्रा में पेशाब में मिल जाते हैं, जो जमा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं। गुर्दे के अलावा, यह विकार मूत्रवाहिनी और मूत्राशय को भी प्रभावित करता है।

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गुर्दे की पथरी के प्रकार – Types of kidney stone in hindi

Gurde ki pathri 4 प्रकार की होती है, यह इस प्रकार है।

कैल्शियम स्टोन (Calcium Stone)

कैल्शियम स्टोन किडनी का सबसे आम प्रकार है। कम ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थ खाने से इस प्रकार के स्टोन यानि कैल्शियम स्टोन का विकास होता है, जिससे उन्हें पथरी होने का खतरा होता है।

यूरिक एसिड स्टोन (Uric Acid Stone)

इस प्रकार का स्टोन पुरुषों या गाउट की समस्या से पीड़ित लोगों में कीमोथेरेपी से गुजर रहे लोगों में अधिक आम है। इस प्रकार का यूरिक एसिड स्टोन तब होता है जब पेशाब में एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है।

स्ट्रावाइट् स्टोन (Struvite Stone)

इस तरह का स्टोन ज्यादातर महिलाओं में होता है। इसमें पथरी बड़ी हो जाती है और पेशाब में रुकावट पैदा करती है, ये पथरी किडनी को भी प्रभावित करती है।

सिस्टीन स्टोन (Cystine Stone)

इस प्रकार का स्टोन बहुत कम लोगों में होता है, यह केवल उन्हीं महिलाओं और पुरुषों में होता है, जिन लोगों को आनुवंशिक विकार सिस्टिनुरिया होता है, इस प्रकार की पथरी में शरीर में स्वाभाविक रूप से एक एसिड होता है, इसका गुर्दे से मूत्र में रिसाव होता है। लेकिन पथरी का इलाज संभव है।

गुर्दे की पथरी होने के कारण – Causes of kidney stone treatment in hindi

पेशाब के ये गाढ़े कण धीरे-धीरे जमा होने लगते हैं और कुछ ही दिनों में पथरी का रूप ले लेते हैं।  जब ये मूत्र मार्ग में बाधा डालते हैं तो toilet करते समय दर्द होने लगता है। तब रोगी को पता चलता है कि उसे पथरी हो गई है।

कुछ ऐसे ही पथरी होने के कारण होते हैं, जिन्हें जानकर आपको पता चल जाएगा कि आपको पथरी हैं या नहीं।

आगे हमने pathri hone ke karan hindi me बताएं है, उन्हें पढ़ना न भूले।

तो चलिए जानते है पथरी के कारण इन हिंदी – pathri hone ke karan in hindi

  • आनुवंशिकता के कारण
  • यूरिनरी ब्लॉकेज को नजरअंदाज करने के कारण
  • पेट दर्द के कारण
  • लंबे समय तक पेट की ठीक से सफाई न करने के कारण
  • गलत खान-पान के कारण
  • कैल्शियम युक्त दवाओं के अधिक सेवन से
  • आपके शरीर में विटामिन ए और विटामिन डी की मात्रा अधिक होने के कारण
  • लंबे समय से बीमार रहने के कारण

पथरी के लक्षण इन हिंदी – kidney stone symptoms in hindi

Kidney Stone Symptoms In Hindi

अक्सर लोगों को पता नहीं होता है कि pathri hone ke lakshan kya hai, देखिये अगर किडनी स्टोन के लक्षण का पता शुरुआती समय में चल जाए तो इसका इलाज शुरुआती समय में आसान हो जाता है।

हमने नीचे symptoms of pathri in hindi के कुछ लक्षणों का जिक्र किया है उन्हें पढ़ना न भूले।

तो चलिए जानते है किडनी स्टोन के लक्षण क्या होते हैं? – Pathri ke lakshan kya kya hai

  • इतना दर्द कि सहना मुश्किल हो जाता है।

  • पेशाब करते समय दर्द

  • पेशाब का धुंधलापन

  • पेशाब की असामान्य गंध

  • सामान्य से अधिक बार पेशाब करने का आग्रह

  • मतली या उलटी

  • ठण्ड अधिक लगना

  • बुखार होना

  • इतना दर्द कि आप आराम से बैठ या खड़े नहीं हो सकते

  • पेशाब में खून

  • पेशाब करने में कठिनाई होना

  • गुर्दे में पथरी होने पर दर्द रुक-रुक कर होता है। जैसे 10 मिनट तक दर्द होना और फिर अचानक और धीरे-धीरे दर्द गायब होने लगता है।

  • पथरी के कारण कमर दर्द

  • कभी-कभी यह पेशाब भूरे गुलाबी और लाल रंग का भी हो जाता है।

गुर्दे की पथरी का घरेलू इलाज इन हिंदी – pet ki pathri ka gharelu ilaaj in hindi

पथरी में होने वाला दर्द सहना आसान नहीं होता, इसका दर्द बहुत ही असहनीय होता है। पथरी आमतौर पर पेट में अधिक होती है, इसलिए इसे पेट की गंभीर बीमारियों में से एक माना जाता है। किडनी स्टोन के इलाज के लिए डॉक्टर के पास केवल ऑपरेशन ही होता है या अगर पथरी शुरुआती स्टेज में है तो कुछ घरेलु नुस्खे और दवाएं भी काम कर सकती है। इसीलिए हमने नीचे कुछ gurde ki pathri ka ilaaj के बारे में बताया है, उन्हें पढ़ना न भूले।

तो चलिए जानते है गुर्दे की पथरी का इलाज – pathri ka ramban ilaj in hindi

नींबू और जैतून के तेल का सेवन, गुर्दे की पथरी निकालने में करता है मदद – lemon and olive oil helps to remove kidney stones in Hindi

नींबू और जैतून के तेल का इस्तेमाल खासतौर पर गॉलब्लैडर में किया जाता है। और इसका उपयोग पथरी के उपचार में भी किया जाता है। इससे पथरी के इलाज में काफी लाभ मिलता है।

पथरी को दूर करने के लिए ये उपाय काफी कारगर हैं। यह पथरी में जमा होने वाले स्टोन को जल्दी खत्म करने में फायदेमंद होता है। पथरी का इलाज घरेलू तरीकों से किया जा सकता है।

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एक चम्मच ताजा नींबू का रस लें और फिर उसमें एक चम्मच जैतून का तेल लें और फिर उसमें पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसे लगातार तीन दिन तक नियमित रूप से सेवन करें।

आप इसे दिन में 2 से 3 बार करें, यह नुस्खा 4 से 5 दिनों में पथरी निकालना शुरू कर देता है, लेकिन अगर आपके पास बड़ी पथरी हैं तो आपको यह उपाय नहीं करना चाहिए क्योंकि ये उपाय आपके लिए नहीं हैं।

गेहूं की घास के रस का सेवन – Pathri Ki Dawa hai Wheat Grass Juice

जैसा कि हम जानते हैं कि गेहूं हमारे लिए कितना फायदेमंद है। इसी तरह गेहूं की घास भी पथरी के इलाज में फायदेमंद होती है। इस घास में मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, अमीनो एसिड, क्लोरोफिल और विटामिन बी भी पाए जाते हैं।

ये सभी तत्व स्वस्थ जीवन और पथरी, पेट से संबंधित रोगों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। रोजाना 1 गिलास व्हीट ग्रास जूस पिएं, अगर आप इसे ऐसे नहीं ले सकते तो तुलसी के पत्तों के साथ भी ले सकते हैं।

राजमा के सेवन से गुर्दे की पथरी का इलाज –

गुर्दे की पथरी के इलाज के घरेलू उपचार में राजमा को बहुत प्रसिद्ध माना जाता है। इसके अंदर से बीज निकाल कर गरम पानी में डाल दीजिये।

फिर पानी को धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि बीन्स नरम न हो जाएं। इन बीन्स को नरम होने में लगभग 3 से 5 घंटे का समय लगता है।

अब जब आप इन राजमा बीन्स को दबाएंगे तो इनके अंदर से रस निकलेगा, जिससे आपको पीना है। इस बीन्स का आपको रोजाना सेवन करना है। लेकिन ध्यान रखें कि जूस 24 घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। आपको रोजाना सिर्फ ताजे जूस का सेवन करना चाहिए।

सेब के जूस के सेवन से पाएं किडनी स्टोन से राहत –

Pathri को दूर करने में सेब का रस फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें अल्कलाइजिंग इफेक्ट होता है जिसका रक्त और मूत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

आप दो बड़े चम्मच ऑर्गेनिक एप्पल साइडर विनेगर लें, फिर उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह से मिक्स कर लें, फिर एक कप गर्म पानी में इसे मिलाएं, आप इसे दिन में 2 से 3 बार इस्तेमाल करें।

अनार के सेवन से पथरी का इलाज –

अनार में कसैले गुण पाए जाते हैं जो गुर्दे की पथरी को कम करने में मदद करते हैं। आपको रोजाना एक या दो ताजा अनार खाना चाहिए। रोजाना अनार खाने या जूस पीने की आदत डालें।

आप चाहें तो रोजाना खाने में अनार को सलाद के साथ मिलाकर खा सकते हैं। आप चाहें तो यह एक और तरीका कर सकते हैं। एक चम्मच अनार के दाने लें और इन्हें मिक्सर में अच्छी तरह पीसकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट का रोजाना हॉर्स ग्राम सूप के साथ सेवन करें।

तुलसी की पत्तियां है गुर्दे की पथरी निकालने में सहायक – Kidney Stones Treatment In Hindi by basil leaves

तुलसी के पौधे के बारे में तो हम सभी जानते हैं। तुलसी का पौधा सभी प्रकार के रोगों में उपयोगी होता है और पथरी के उपचार के लिए भी यह पौधा लाभकारी होता है।

एक चम्मच तुलसी के पत्तों का रस लें, फिर उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और दोनों को अच्छी तरह मिला लें, इस नुस्खे को रोजाना इस्तेमाल करें। इसके साथ ही रोजाना तुलसी के पत्ते चबाने की आदत डालें।

तुलसी के पत्तों की चाय का सेवन –

क्योंकि तुलसी पथरी के इलाज में फायदेमंद होती है। इसी तरह तुलसी के पत्तों से बनी चाय भी पथरी के लिए फायदेमंद होती है। 5 से 6 तुलसी के पत्ते लें और अब उन्हें एक कप गर्म पानी में अच्छी तरह उबाल लें।

उबालने के बाद इसमें एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह मिला लें। फिर इसे ठंडा होने के लिए रख दें और जब यह तुलसी के पत्ते की चाय ठंडी हो जाए तो आप इस चाय को पी लें।

तरबूज के सेवन से पथरी का इलाज –

तरबूज गुर्दे की पथरी का इलाज कर सकता है। यह सर्वविदित है कि तरबूज में 75% से अधिक पानी पाया जाता है। और इसमें कुछ ऐसे पदार्थ भी होते हैं।

जो किडनी को मजबूत बनाने के साथ-साथ किडनी स्टोन पैदा करने वाले पदार्थों को भी कम करते हैं। आप रोजाना जितना तरबूज का सेवन करेंगे उतना ही आपको फायदा होगा, इसे खाने से पानी की मात्रा पूरी हो जाएगी।

तरबूज में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसलिए जितना अधिक आप इसे खाएंगे उतना ही आपको पेशाब करने का अहसास होगा और फिर आप अपने पथरी को पिघलाना शुरू कर देंगे और पेशाब के रूप में बाहर निकलेंगे।

अजवाइन के सेवन से पथरी का घरेलू इलाज – Home remedies for kidney stones with the use of celery

अजवाइन आमतौर पर सभी के घरों में पाई जाती है। अजवाइन में Anti-spasmodic Properties होती हैं। जो पथरी के कारण होने वाले दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। यह दर्द को कम करने के साथ-साथ पथरी बनाने वाले पदार्थ को भी खत्म करता है।

इसके सेवन से पेशाब भी ज्यादा आता है जिससे पथरी में दुगना फायदा होता है। आप रोजाना रोजाना एक गिलास अजवाइन के जूस का सेवन कर सकते हैं, आप चाहें तो अजवाइन की चाय भी बना सकते हैं।

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करेले के सेवन से –

करेले में मैग्नीशियम और फास्फोरस नामक तत्व होते हैं। पथरी बनने से रोकता है और बनने वाले पथरी को खत्म करने में मदद करता है। और साथ ही यह शरीर में खून को भी शुद्ध करता है।

आप इसका जूस निकाल कर भी पी सकते हैं। रोजाना एक गिलास करेले के जूस का सेवन करें, आप चाहें तो करेले को सब बनाकर सेवन कर सकते हैं, यह भी फायदेमंद होता है।

प्याज के सेवन से – pyaz ke sevan se gurde ki pathri ka gharelu upay

अभी कुछ समय पहले एक शोध किया गया था। जिसके अनुसार किडनी स्टोन के इलाज के लिए प्याज बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप सुबह खाली पेट उठकर 70 ग्राम प्याज के रस का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है।

पथरी के दर्द का तुरंत घरेलू उपचार – kidney stone pain in hindi at home

Kidney Stone Pain Relief At Home In Hindi

आपने शायद सुना होगा कि पाखानबेड़ नाम का एक छोटा सा पौधा होता है। कुछ लोग इसे स्थानीय भाषा में पथरचटा भी कहते हैं। जिन लोगों को पथरी होती है, वे इस पौधे की पत्तियों (पत्थर के पौधे) की पत्तियों को पानी में अच्छी तरह उबालकर काढ़ा बनाकर ठंडा करके पी लें, मात्र 10 से 15 दिन में पेशाब के रास्ते पूरी पथरी निकल जाती है।

पथरी के लिए होम्योपैथी दवा – gurde ki pathri ke liye homeopathy dawa

Pathri ki dawa in Hindi :- पथरी के लिए एक खास होम्योपैथी दवा है जो आपको किसी भी होम्योपैथी की दुकान पर मिल जाएगी। इस दवा का नाम  “BERBERIS VULGARIS” है।

इस दवा की 10-15 बूंदों को एक चौथाई (1/4) कप गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में चार बार (सुबह, दोपहर, शाम और रात) लें। इसी तरह आपको यह दवा लगातार एक से डेढ़ महीने तक लेनी है, कभी कभी आराम पढ़ने में दो महीने भी लग सकते हैं।

इसीलिए इस पथरी की होम्योपैथी दवा का निरंतर सेवन करें।

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पथरी के इलाज के लिए क्या खाना चाहिए?

  • आपको फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए।

  • गेहूं और चावल का भी सेवन करें।

  • फलों में आम, अंगूर, पपीता, खीर, नारियल, नाशपाती, अनानास, सेब, खीरा, गाजर आदि का सेवन करें।

  • आलू, इलायची और गन्ना को पत्थर में डालकर चूसने से लाभ होता है।

  • गर्म पानी और दिन भर में कम से कम 4-5 लीटर पानी पीना चाहिए।

क्या नहीं खाना चाहिए?

  • इस बीमारी में देर से पचने वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। कोल्ड ड्रिंक्स, मीट, मच्छी का सेवन न करें। दूध, पनीर, सोया पनीर, सोया दही, फास्ट फूड इन सभी को रेस्टोरेंट में नहीं खाना चाहिए।

  • एल्कोहोलिक  पदार्थों में प्यूरीन पाया जाता है, जो किडनी स्टोन को बनने में मदद करता है, इसलिए शराब का सेवन भी इस समस्या में ठीक नहीं है। हमें न केवल किडनी के मामले में बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य की दृष्टि से भी तले हुए भोजन से दूर रहना चाहिए।

पथरी के मरीज इन बातों का भी रखें ख्याल

बिस्तर पर पूर्ण आराम करें, आराम में कोई भी कमी ना रखें, दर्द की जगह पर गर्म सिकाई करें, शरीर को उस अवस्था में रखें, जिसमें दर्द से आराम मिलता हो। योगासन में हलासन, भुजंगासन, धनुरासन, पवन मुक्तासन करें।

पेशाब का वेग बंद न करें। दर्द निवारक एलोपैथिक दवाएं खुद न लें। यदि आप व्यायाम करते हैं तो कुछ दिनों तक व्यायाम न करें। पथरी होने पर व्यायाम करना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

गुर्दे की पथरी से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –

पथरी के निकल जाने के बाद आप क्या करें?

एक बार जब सभी पथरी पिघल कर बाहर आ जाए, तो आपको भविष्य में आपके शरीर में फिर से पथरी बनने से रोकने के लिए एक और होम्योपैथिक दवा लेनी चाहिए। इस दवा का नाम है “CHINA 1000”

यह दवा बहुत ही प्रभावी है। इस दवा को शाम को दो बूंद लें और सीधे जीभ पर डालें, तो आपको भविष्य में कभी पथरी नहीं होगी। यह दवा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि कुछ लोगों को बार-बार किडनी स्टोन की शिकायत होती है।

किडनी स्टोन से क्या प्रॉब्लम होती है?

अगर ये किडनी स्टोन पेशाब की नली में चले जाएं तो इससे पेशाब की नली में दर्द, पेशाब में खून आना, पेशाब की मात्रा कम होना, पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब करने की इच्छा और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

पथरी कितने एमएम की होती है?

देखिए, पथरी 5 mm से लेकर 15 mm तक हो सकती है। 5-6 mm की पथरी को आप पेशाब के रास्ते बहार निकाल सकतें है, लेकिन 6.5 एमएम से ज्यादा बड़ी पथरी का बिना ऑपरेशन के बाहर निकालना मुश्किल है हाँ, अगर वह किडनी स्टोन टुकड़ो में है तो यह ज्यादा पानी पीकर पेशाब के रस्ते बहार निकाली जा सकती है।

किडनी स्टोन में क्या खाना चाहिए?

डॉक्टर्स का कहना है कि किडनी स्टोन को दूर करने के लिए आप आंवला पाउडर या आंवला जूस का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा शोध से यह भी पता चला है कि जैतून का तेल पथरी को गलाने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा आपको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए।

पथरी में कौन सा जूस पीना चाहिए?

पथरी होने पर डॉक्टर अनार का जूस पीने की सलाह देते हैं। यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन) को भी ठीक करता है।

कैसे पता चलता है कि पेट में पथरी है?

पीठ और पेट में लगातार दर्द रहना, यूरिनरी ट्रैक्ट में दर्द, पेशाब में खून आना, पेशाब की मात्रा कम होना, पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब करने की इच्छा और बुखार जैसी समस्याएं किडनी स्टोन के लक्षण हैं।

पथरी के कारण कौन सा रोग होता है?

किडनी स्टोन के कारण मधुमेह, मोटापा, आंतों की समस्या होने का खतरा अधिक होता है। इसके साथ ही दर्द, उल्टी, यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्या भी होती है।

पथरी में कौन सी दवा खानी चाहिए?

एनबीआरआई और आईआईटीआर के मुताबिक आपको पथरी के लिए यूआरओ-05 दवा लेनी चाहिए। यह दवा एक हर्बल दवा है जो किडनी स्टोन को खत्म करने में कारगर है।

निष्कर्ष – Conclusion

यह जानकारी जो हमने यहां आपके साथ साझा की है, वह सोशल मीडिया से ली गई है, इसका पालन या सेवन करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

आशा करता हूँ की अब आप gurde ki pathri nikalne ka ilaj जान गए होंगे। अगर यह पथरी की समस्या किसी को हो जाये तो उसे हमारे बताएं गए इलाज पर ध्यान देना चाहिए 

अगर आपको pathri ka ayurvedic ilaaj के लेख से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो हमे कमेंट के जरिये जरूर बताएं।

और पढ़ें :- पथरी के इलाज की श्रेणी के बारे में – kidney stone in hindi

Neerfit ही NeerFit.com के लेखक और सह-संस्थापक हैं। उन्होंने रोहतक (एचआर) से कला स्नातक में स्नातक भी पूरा किया है। वह स्वास्थ्य, फिटनेस,  और bollywood movies के प्रति जुनूनी है।

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