गोमुखासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां (Gomukhasana in Hindi)

Gomukhasana एक ऐसा आसान है जो स्वस्थ जीवन के लिए बहुत फायदेमंद है। हालांकि योग और प्राणायाम स्वस्थ जीवन के लिए बहुत प्रभावी हैं, फिर भी आज हम जिस आसन के बारे में बताने जा रहे हैं वह है गोमुखासन।

Gomukhasan, नाम से ही स्पष्ट है कि गोमुख – गाय और चेहरा, यानि इस आसन में  मनुष्य की आकृति गाय के समान दिखाई देती है।

यह आसन बहुत ही आसान और सरल है। यह वजन कम करने, शरीर को सुंदर बनाने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक है।

इसी के चलते आज हम इस Gomukhasana in Hindi के लेख में उन सभी जानकारियां का उल्लेख करेंगे जो cow face pose यानी गोमुखासन से संबंधित है।

चाहे फिर वो Gomukhasana in Hindi, Benefits of Gomukhasana in Hindi, How to do Gomukhasana in Hindi या Gomukhasana Precautions in Hindi क्यों न हो।

Gomukhasana Information in Hindi 

यह एक संस्कृत भाषा का शब्द है जिसे गोमुखासन कहते है। यह दो शब्दों से मिलकर बना होता है गौ + मुख।

गौ का अर्थ होता है गाय (Cow) और मुख का अर्थ होता है चेहरा (Face) इसलिए इसे अंग्रेजी भाषा में (Cow Face Pose) भी कहते है।

इस स्थिति में शरीर की आकृति गाय के समान दिखाई देती है इसीलिए इस gomukhasana yoga in hindi भी कहते है।

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यह आसन महिलाओ के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह शरीर से चर्बी घटाने, शरीर को सुंदर बनाने, कंधो और जांघो की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

Benefits of Gomukhasana in Hindi (गोमुखासन के फायदे)

Benefits of Gomukhasana in Hindi

इससे पहले भी हमने बताया है कि गोमुखासन महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यह शरीर को मजबूती तथा लचीला बनाने में मदद करता है।

यह शरीर को सुंदर बनाने तथा कंधो और जांघो की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है।

इसके इतने सारे लाभों को देखते हुए हमने कुछ लाभों का जिक्र किया है जो इस प्रकार है।

चलिए जानते है Gomukhasana Yoga Benefits In Hindi

  1. अस्थमा के रोगियों के लिए

  2. रक्त प्रवाह में सुधार करता है

  3. रीड की हड्डी को मजबूत बनाता है

  4. कंधो और जांघो की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है

  5. थकान, तनाव और चिंता को कम करता है

1. अस्थमा के रोगियों के लिए (For asthma patients)

यह आसन अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह फेफड़ो की सफाई करता है और साथ ही श्वसन प्रणाली में शुद्ध वायु पहुँचाता है।

यह आसन अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत ही अच्छा योगाभ्यास है।

2. रक्त प्रवाह में सुधार होता है (Improves blood flow)

यह आसन रक्त प्रवाह में सुधार करता है। यह high blood pressure की समस्यां से छुटकारा दिलाता है। यह दिल से जुड़ी बीमारियों को भी दूर रखता है।

यह शरीर के सभी अंगो में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है और साथ ही blood circulation को बेहतर करता है।

3. रीड की हड्डी को मजबूत बनाता है (Makes reed bone strong)

यह आसन रीड की हड्डी को सीधा रखने के साथ-साथ मजबूत और लचीला भी बनाता है। यह रीड की हड्डी से होने वाली कई समस्याओं को ठीक करता है।

यह Cervical जैसी कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है जो रीड की हड्डी से संबंधित हैं।

4. कंधो और जांघो की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है (Strengthens shoulders and thigh muscles)

प्रतिदिन गोमुखासन के अभ्यास से कंधो और जांघो की मांसपेशियां मजबूत होती है। शोध से पाया गया है कि गोमुखासन के निरंतर और नियमित अभ्यास से मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती है।

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कई ऐसे योग शास्त्री है जो इस बात का दावा करते है कि शरीर और मांसपेशियों की मजबूती के लिए Gomukasan एक अच्छा तरीका है।

5. थकान, तनाव और चिंता को कम करता है (Reduces fatigue, stress and anxiety)

लोग इन सभी चीजों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं कि थकान, तनाव और चिंता को कम करना भी आवश्यक है और इन सबके लिए सबसे अच्छा साधन योग है।

योग और योगिक मुद्राएं इन सभी समस्याओं से राहत दिलाते है और ऐसा ही एक योगिक मुद्राओं में से एक है गोमुखासन। गोमुखासन इन सभी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार है।

गोमुखासन के  अन्य फायदे Gomukhasana ke labh in Hindi

  • यह कूल्हे के दर्द से राहत दिलाता है।

  • बवासीर के उपचार के लिए बहुत ही अच्छा योगाभ्यास है।

  • यह मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है।

  • कंधे, रीड की हड्डी, कूल्हे, टखने, जांघो आदि की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।

How to do Gomukhasana in Hindi (गोमुखासन करने का सही तरीका)

How to do Gomukhasan in Hindi

यह आसन करना बहुत ही आसान और सरल है। इसके फायदों को मद्देनजर रखते हुए लोग इसका अभ्यास रोजाना करना चाहते है।

हमने इस आसन से संबंधित कुछ स्टेप्स के बारे में बताया है जिन्हे फॉलो करके आप इस योग को आसानी से कर सकते है।

गोमुखासन करने की विधि Gomukhasana Steps in Hindi

  • सबसे पहले किसी खुले वातावरण का चुनाव करे, योगा मेट या चटाई का इस्तेमाल करना न भूले।

  • फिर दंडासन की स्थिति में बैठ जाएँ।

  • दंडासन की स्थिति में पैर बिलकुल सीधे, हाथ जमीन पर और नजरे सामने।

  • इसके बाद Right पैर को मोड़कर अपनी Left थाई से ऊपर आगे की तरफ जमीन पर रखें, ध्यान रखें की आपकी calf आपकी थाई पर होनी चाहिए।

  • फिर Left पैर को मोड़ते हुए अपने Right कूल्हे से लगाकर रखें। जैसा की ऊपर इमेज में दर्शाया गया है।

  • फिर इसके बाद अपने Right हाथ को ऊपर आसमान की तरफ उठायें, कोहनी को मोड़कर अपनी पीठ पर हाथ लगाएं, हाथ जितना हो सकें उतना नीचे ले जाएँ।

  • अब अपने Left हाथ को पेट की साइड से ले जाकर Right हाथ को पकड़ने की कोशिश करें।

  • इतना करने के बाद कुछ देर इस स्थिति में बने रहे और 12 से 15 बार साँस लें।

  • जब आपको इस स्थिति में uncomfertable महसूस हो तो आप अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएँ।

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शुरुवात के समय इस आसन को करने में कठनाइयां आ सकती है, शायद आपसे यह आसन न हो, पर इसके निरंतर और नियमित अभ्यास से आप कुछ दिनों के भीतर ही इसको अच्छे से करने लग जायेंगे।  

Gomukhasana Precautions in Hindi (गोमुखासन के लिए कुछ सावधानियां)

हर आसन या प्राणायाम को करते समय कुछ सावधानियां बरतनी आवश्यक है। वरना इसके लाभों की बजाएं नुकसान उठाने पड़ सकतें है।

तो आइये जानते है  Precautions For Gomukhasana in Hindi

  • अगर यह आसन करते समय आपको किसी प्रकार की कठिनाई एवं दर्द महसूस हो तो आसन को वहीं छोड़ दें।

  • हाथो को पीछे ले जाते समय कंधो और हाथो में दर्द हो तो आसन को न करें।

  • रीड की हड्डी में किसी प्रकार का दर्द एवं सर्जरी हुई है तो आसन को न करें।

  • घुटने और मांसपेशियों में दर्द महसूस होने पर आसन को न करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

देखें, यह आसन करना बहुत ही आसान और सरल है। बस आपको रोजाना इतना करना है कि कुछ मिनट निकलकर इसका अभ्यास करें।

एक बेहतर निरोगी शरीर के लिए योग बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर योग तथा इसकी मुद्राओं का ठीक से अभ्यास नहीं किया गया तो इसके फायदे के बजाएं नुकसान उठाने पड़ सकतें है।

बस आपको इतना करना है कि हमारे लेख को पढ़कर इसका सही से उपयोग और अभ्यास करना है।

हम उम्मीद करते है कि आपको आर्टिकल अच्छा लगा होगा, तो आप हमे कमेंट जरिये अपनी राय भेंज सकतें है। 

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Neerfit ही NeerFit.com के लेखक और सह-संस्थापक हैं। उन्होंने रोहतक (एचआर) से कला स्नातक में स्नातक भी पूरा किया है। वह स्वास्थ्य, फिटनेस,  और bollywood movies के प्रति जुनूनी है।

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