Gale Ka Cancer – गले के कैंसर के लक्षण (इलाज और बचाव)

हर साल यह देखा जाता है कि गले के कैंसर के कारण लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इस खतरनाक बीमारी से पूरी दुनिया में लोग प्रभावित हैं।

गले का कैंसर एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग कुछ लोग गले में शुरू होने वाले कैंसर के रूप में करते हैं। डॉक्टर, आमतौर पर इस शब्द का प्रयोग नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि विभिन्न प्रकार के कैंसर होते हैं जो गले के क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं।

जैसे –

  • थायराइड कैंसर
  • भोजन नली कैंसर
  • श्वास नली कैंसर

लोग गले शब्द का प्रयोग गर्दन के विभिन्न भागों का वर्णन करने के लिए कर सकते हैं। कैंसर जो गर्दन के निम्नलिखित हिस्सों में शुरू होते हैं और उनका अलग तरह से इलाज किया जाता है।

लेकिन आज हम जिस कैंसर के बारे में बात करेंगे वह श्वास नली का कैंसर है। इसीलिए हमारे साथ बने रहे।

गले के हिस्से में शुरू होने वाले कैंसर को ग्रसनी और स्वरयंत्र (वॉयसबॉक्स) कहा जाता है, जिसे गले के कैंसर के रूप में भी जाना जाता है।

यह बीमारी जितनी बोलने में आसान लगती है उतनी है नहीं।

क्योंकि यह इतनी खतरनाक बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग कांपने लगते हैं। अगर इस बीमारी का सही समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह किसी के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है।

इसीलिए आज हम इस लेख में बात करेंगे कि गले का कैंसर क्या होता है? गले के कैंसर के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय, तो अंत तक हमारे लेख को पढ़ें।

गले का कैंसर क्या है ?(What is throat cancer in hindi)

गले का कैंसर एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है। यह बीमारी गले की कोशिकाओं से शुरू होकर Tonsil और  Larynx तक फेल सकता है।

यह बीमारी ज्यादातर उन लोगो में होती है जो अत्यधिक धूम्रपान और शारब का सेवन करते है।

लोगो के गले में एक नली होती है जो नाक के पीछे से शुरू होकर गर्दन में समाप्त होती है। हमारे गले के ठीक नीचे कंठ नली होती है जो आवाज निकालने के लिए हिलती-डुलती रहती है। इस कंठ नली के लिए कैंसर अतिसंवेदनशील है।

यह कंठ नली बहुत ही नरम है और कैंसर के लिए अतिसंवेदनशील है इसके नरम होने के कारण ही गले का कैंसर इसके किसी भाग को प्रभावित भी कर सकता है।

वैसे तो गले के कैंसर के इलाज के लिए कई तरीके है जिसकी मदद से आप इस बीमारी से राहत पा सकते है क्योंकि इस बीमारी से जितना जल्दी छुटकरा मिले, उतना ही आपके लिए फायदेमंद है।

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गले के कैंसर के प्रकार (Types of throat cancer in hindi)

  • नासोफेरींजल कैंसर
  • ओरोफेरीन्जियल कैंसर
  • Hypopharyngeal कैंसर
  • ग्लॉटिक कैंसर
  • सुप्राग्लॉटिक कैंसर
  • सबग्लोटिक कैंसर

नासोफेरींजल कैंसर

नासोफेरींजल कैंसर आपके नाक के पीछे के हिस्से में होता है यानि यह गले की नली की ऊपरी हिस्से में होता है। नासोफेरींजल कैंसर भी गले के कैंसर का प्रकार है।

ओरोफेरीन्जियल कैंसर

ओरोफेरीन्जियल कैंसर सिर और गर्दन का कैंसर होता है। यह कैंसर मुंह के पीछे वाले हिस्से और गले को प्रभावित करता है। हर साल हजारो लोग इस कैंसर से रोगग्रस्त होते है।

Hypopharyngeal कैंसर

Hypopharyngeal कैंसर खाने की नली और साँस की नली की ऊपर होता है जोकि गले के निचले हिस्से से शुरू होता है।

ग्लॉटिक कैंसर

ग्लॉटिक कैंसर Vocal chords से शुरू होता है। ग्लॉटिक कैंसर भी  गले के कैंसर एक प्रकार है।

सुप्राग्लॉटिक कैंसर

सुप्राग्लॉटिक कैंसर गले के ऊपरी हिस्से से शुरू होता है।

सबग्लोटिक कैंसर

सबग्लोटिक कैंसर आपके कंठ नली के किसी हिस्से से शुरू होता है।

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गले के कैंसर के कारण (Causes of throat cancer in hindi)

गले के कैंसर के लक्षण (symptoms of throat cancer)

Neck cancer causes in hindi : गले का कैंसर एक गंभीर बीमारी है। यह कैंसर गले की कोशिकाओं में बदलाव के कारण शुरू होता है। यदि इस बीमारी का समय रहते इलाज नहीं कराया गया तो यह आपके लिए ज्यादा समस्या खड़ी कर सकता है।

गले के कैंसर के कई कारण है जैसे –

  • पहला कारण है कि अत्यधिक शराब का सेवन करना या लम्बे समय से शराब को पीते रहना।
  • दूसरा कारण है कि गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग के कारण यानि एक पुरानी समस्या है जिसमे सामन्य रूप से एसिड खाने की नली (अन्नप्रणाली / अन्ननली) में चला जाता है।
  • तीसरा कारण है कि यह बीमारी लिंग के कारण यानि पुरषो को अधिक होती है।
  • चौथा कारण है कि धूम्रपान करना या अत्यधिक तंबाकू का सेवन करना।
  • पांचवा कारण है कि पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व को नहीं लेना जैसे प्रोटीन,कार्ब्स,फैट्स और विटामिन-मिनरल्स।

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गले के कैंसर के लक्षण (symptoms of throat cancer in hindi)

यदि सही समय पर गले के कैंसर के लक्षण को पहचान कर इसका इलाज कराया गया तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

  1. गले में कफ या खराश
  2. मूत्र के माध्यम से रक्त बाहर निकलता है
  3. आवाज में बदलाव आना
  4. निगलने की समस्या
  5. दर्द महसूस होना
  6. सांस लेने में परेशानी होना

गले में कफ या खराश है गले के लक्षण

अगर गले में कफ के साथ-साथ खराश भी आती है और खांसने या थूकने में खून बाहर निकलता है तो ध्यान दें।  जरूरी नहीं है की यह कैंसर ही हो, लेकिन यह जानने के बाद बीमारी के लिए पहले से कदम उठाया जा सकता है।

मूत्र के माध्यम से रक्त बाहर निकलता है

कई डॉक्टरों के मुताबिक यदि मूत्र के माध्यम से खून बहार निकलता है तो यह कैंसर के लक्षण हो सकते है। जरूरी नहीं है कि यह गले के कैंसर के लक्षण हो। यह दूसरे कैंसर जैसे ब्लॉडर या किडनी का कैंसर हो सकता है।

आवाज में बदलाव आना

अगर आपकी आवाज में बदलाव यानि साफ-साफ बोलने में दिक्कत या कर्कशता है, तो ये throat cancer के लक्षण हो सकते हैं।

निगलने की समस्या

कैंसर का एक और लक्षण यह है कि इसमें निकलने और पीने में समस्या होती है, ऐसा लगता है जैसे गले में कुछ फस गया हो, तो यह throat cancer का कारण बन सकता है।

दर्द महसूस होना

देखिए, हर तरह का दर्द कैंसर का कारण नहीं हो सकता, लेकिन अगर दर्द बना रहे तो यह गले का कैंसर भी हो सकता हैं। डॉक्टरों के अनुसार कान और गर्दन में दर्द गले के कैंसर के लक्षणों में से एक है।

सांस लेने में परेशानी होना

साँस लेने या छोड़ने में समस्या होना, तो यह गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है। कई डॉक्टरों के मुताबित यदि लम्बे समय तक साँस लेने या छोड़ने में कठिनाइयां महसूस होती है तो वह एक कैंसर भी हो सकता है।

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गले के कैंसर से बचाव क्या है?

गले के कैंसर से बचना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। अगर आपने समय रहते इसके बचाव पर ध्यान दिया, तो इससे बचा जा सकता है वरना यह किसी लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।

  • धूम्रपान न करें (Do not smoke)
  • शराब न पियें (Do not drink alcohol)
  • संतुलित आहार खाएं (Eat a balanced diet)

धूम्रपान न करें

माना जाता है कि गले के कैंसर का सबसे बड़ा कारण धूम्रपान होता है यदि आप धूम्रपान को कम कर दें या हमेशा के लिए छोड़ दे तो इस कैंसर से बचा जा सकता है वरना यह आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।

शराब न पियें

वैसे तो शराब का सेवन करना हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है अगर इसका इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए इससे हमे कुछ फायदे भी हो सकते है।

लेकिन यह तभी संभव है जब इसको डॉक्टरों के सलहा के अनुसार किया जाएँ।

संतुलित आहार खाएं

अगर आप एक संतुलित आहार खाते हैं तो गले का कैंसर से बचा जा सकता है।  एक संतुलित आहार में सही मात्रा में प्रोटीन, कार्ब्स, फैट्स और विटामिन-मिनरल्स जैसे पोषक तत्वों को शामिल होते है।

अगर आप  इन सभी चीजों को सही मात्रा में लेते है तो यह आपके लिए एक  स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखेगा।

गले के कैंसर का इलाज (Treatment of throat cancer in hindi)

कैंसर एक बड़ी बीमारी है। यदि इस बीमारी का सही दवा और उपचारों के साथ इलाज नहीं किया जाता है, तो एक बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।

विकिरण चिकित्सा

इस उपचार का प्रयोग कैंसर की कोशिकाओं को समाप्त करने के लिए किया जाता है। विकिरण चिकित्सा एक्सरे और किसी ऊर्जा वाली किरण का उपयोग करके इसे कैंसर को समाप्त करने की कोशिश करते है।

शुरुवात के समय ट्यूमर छोटा होता है और यह  विकिरण चिकित्सा का उपयोग करके इस कैंसर से छुटकारा दिलाते है।

सर्जरी

गले के कैंसर का इलाज कराने के लिए सर्जरी का सहारा लिया जाता है। इस कैंसर को हटाने के लिए कई कई प्रकारो की सर्जरी का उपयोग किया जाता है।

कई सर्जरियों में ट्यूमर बड़ा होने के कारण गले का कुछ हिस्सा सर्जरी की मदद से निकालना पड़ सकता है या कई दूसरी सर्जरियों में कंठ नली या कंठ नली का कुछ हिस्सा निकलना पड़ सकता है।

कीमोथेरेपी

इस थेरेपी में कुछ ड्रग्स का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को समाप्त करने के लिए किया जाता है।

डॉक्टरों की सलहा से ड्रग्स का इस्तेमाल कैंसर की  कोशिकाओं को सिकोड़ने या खत्म करने के लिए कीमोथेरेपी (Chemotherapy) का उपयोग किया जाता है।

दवाएं

कुछ दवाइयां ऐसी है जो इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में कारगर है। गले के कैंसर के लिए डॉक्टरों द्वारा कुछ लक्षित दवाइयां है जिनका प्रयोग करके इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है।

अगर आप डॉक्टरों की सलहा से ही लक्षित दवाइयां का उपयोग करते है तो निश्चित ही आप इस बामारी की छुटकारा पा सकते है।

निष्कर्ष

अधिकांश गले में कैंसर आमतौर पर धूम्रपान से संबंधित होते हैं वंशानुगत नहीं। या फिर बाद में जन्मे होते है। जो लोग तंबाकू, धूम्रपान, शराब आदि का सेवन करते है उन्हें गले में कैंसर होने की सम्भावना अधिक होती है।

इसलिए अगर आप गले में कैंसर होने से बचना चाहते हैं तो आज से ही इनसे छुटकारा पा लें।

मुझे उम्मीद है कि अब आप gale me cancer ke lakshan जान गए होंगे। अगर आप गले में कैंसर से जुड़ी चीजों के बारे में जानना चाहते हैं तो एक बार हमारा यह आर्टिकल जरूर देखें।

अगर आपको throat cancer ke lakshan के लेख से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो हमे कमेंट के जरिये जरूर बताएं।

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Neerfit ही NeerFit.com के लेखक और सह-संस्थापक हैं। उन्होंने रोहतक (एचआर) से कला स्नातक में स्नातक भी पूरा किया है। वह स्वास्थ्य, फिटनेस,  और bollywood movies के प्रति जुनूनी है।

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