अश्वगंधा के 10 फायदे, उपयोग और नुकसान – Benefits Of Ashwagandha In Hindi

Ashwagandha Benefits in Hindi :- अश्वगंधा बहुत ही लाभकारी औषधि है। इस आयुर्वेदिक औषधि का नाम इसके गुणों के अनुसार अश्वगंधा रखा गया है। आपको बता दें कि इसकी जड़ों से घोड़े के पसीने जैसी गंध आती है और इसी वजह से संस्कृत के दो शब्दों अश्व+गंध को मिलाकर इसका नाम AshwaGandha रखा गया है।

भारत समेत पूरी दुनिया में दवा बनाने में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। देश-विदेश के डॉक्टरों ने भी इसे बेहद फायदेमंद औषधि माना है। अश्वगंधा में कई असाध्य रोगों को ठीक करने की अद्भुत क्षमता है।

AshwaGandha के अंदर कुछ खास औषधीय गुण है जो देश-विदेश में बहुत तेजी से प्रचलित हुए, इसकी इतनी लोकप्रियता को देखकर ही हमने यह ashwagandha in hindi का लेख लिखा है।

अश्वगंधा के शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक लाभ भी है जो हमने नीचे विस्तार से बताए है। अगर आप भी  ashwaGandha ke fayde को विस्तार से देखना चाहते है तो हमारे लेख को पूरा पढ़ें।

अश्वगंधा के फायदे जानने से पहले इससे जुडी कुछ बातो को जान लेते है।

Table of Contents

अश्वगंधा का पौधा कैसा होता है? – AshwaGandha Tree in Hindi

अक्सर लोग पूछते है कि ashwagandha ka ped kaisa hota hai, देखें अश्वगंधा का पौधा एक सामान्य आकार का पौधा होता है। और यह अपने नाम की तरह ही मजबूत है। अश्वगंधा का पेड़ ज्यादातर शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है।

 इसके बारे में एक और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बहुत कम तापमान और बहुत अधिक तापमान वाली जगह पर आसानी से जीवित रह सकता है।

यह पहली बार भारत में आयुर्वेदिक दवा के रूप में इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद धीरे-धीरे इसकी ख्याति विदेशों में फैल गई। आज अश्वगंधा का उपयोग भारत से ज्यादा विदेशों में health benefits  के लिए किया जाता है।

अश्वगंधा की खेती के बारे में बताएं – ashwagandha ki kheti ke fayde in Hindi

अश्वगंध में उच्चतम रसायन शास्त्र इसकी जड़ों के अंदर पाया जाता है। भारत के कई क्षेत्रों में इसकी खेती की जाती है। अश्वगंधा की जड़ लगभग 6,000 रूपए प्रति क्विंटल से लेकर 10,000 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकती है।

 इसका बीज 50 रूपए से 60 रुपए प्रति किलो है। इस पौधे की ऊंचाई लगभग 170 सेंटीमीटर होती है। इसमें जो फल लगते है वो देखने में लाल रंग के होते है और ये एक छोटे से टमाटर जैसे दिखते है।

See also  बबूल ट्री (Babool Tree) के बारे में फायदे और नुकसान

इसलिए तो लोग अश्वगंधा की खेती करना पसंद करते है।

लोग अक्सर पूछते है कि ashwagandha ki kheti kaise karte hain, देखें अश्वगंधा की खेती के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए आप हमारे दिए हुए लिंक पर जाकर देख सकतें है।

और पढ़ें :- अश्वगंधा की खेती कैसे की जाती है – How Ashwagandha is cultivated in India

अश्वगंधा खाने के फायदे हिंदी में – Benefits of Ashwagandha in Hindi

Benefits Of Ashwagandha In Hindi

दोस्तों अश्वगंधा खाने के कई फायदे हैं। इसके इस्तेमाल से दांपत्य शरीर में एक नया जोश आता है। अश्वगंधा का प्रयोग लंबी उम्र, वीर्य बढ़ाने, शरीर को अतिरिक्त मजबूत और सुडौल बनाने, महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म को ठीक करने के लिए औषधियों के रूप में किया जाता है।

इसके अलावा, इसका उपयोग महिलाओं में बाँझपन को ठीक करने, उम्र बढ़ने से रोकने, तपेदिक और अस्थमा को रोकने के लिए किया जाता है।

आगे हमने अश्वगंधा के फायदो का जिक्र विस्तार से किया है उन्हें पढ़ना न भूले।

चलिए अब ashwagandha ke fadyde in hindi को विस्तार से समझने की कोशिश करते है।

पुराने समय से ही आयुर्वेदिक विद्वानों और ऋषि-मुनियों ने इसे एक उत्तम वीर्यवर्धक, शरीर को ऊर्जा  प्रदान करने वाला और मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने वाली जड़ी माना है।

 ashwagandha ka upyog वायु विकार, कफ नाशक, खांसी, और Fungal Infection जैसे की दाद, खाज, खुजली का नाश करने वाली आयुर्वेदिक औषधी के रूप में इस्तेमाल किया हैं|

एक चमत्कारी जड़ी के तौर पर काम करने वाला अश्वगंधा के सभी फायदे इस छोटी से पोस्ट में कवर करना बहुत ही मुश्किल है लेकिन यहां हमने बहुत ही महत्वपूर्ण फायदों का जिक्र किया है, जो आपके लिए बेहद ही फायदेमंद साबित होंगे।

 तो चलिए जानते अश्वगंधा के फायदे – benefits of ashwagandha in hindi

हृदय के स्वास्थ्य के लिए अश्वगंधा के फायदे – Ashwagandha Benefits for Heart in Hindi Language

अश्वगंधा हृदय रोग के लिए रामबाण औषधि है। अश्वगंधा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह सूजन के इलाज के लिए एक शक्तिशाली दवा है। अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो तनाव को कम करने में फायदेमंद होते हैं।

अश्वगंधा हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है। अश्वगंधा के सेवन से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। दिल की नसों में रुकावट या दिल का दौरा पड़ने जैसी किसी भी तरह की हृदय रोग होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

कैंसर के लिए अश्वगंधा के फायदे AshwaGandha Benefits For Cancer in Hindi

अश्वगंधा कैंसर को कम करने में भी काफी मददगार होता है। अश्वगंधा बहुमूल्य गुणों वाली एक आयुर्वेदिक औषधि या जड़ी बूटी है। अमेरिका के प्रसिद्ध स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अश्वगंधा मानव शरीर में ब्रेन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, स्किन कैंसर और किडनी कैंसर जैसी भयानक बीमारियों से निजात दिलाने में भी मददगार साबित हुआ है।

 अश्वगंधा का सेवन कैंसर ट्यूमर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। जिससे कैंसर ज्यादा नहीं फैल पाता है। इसके अलावा यह कैंसर के लिए की जाने वाली रेडिएशन थेरेपी के असर को भी बढ़ाता है।

See also  शिलाजीत के 8 फायदे, उपयोग और नुकसान – Shilajit Benefits in Hindi and Side Effects

और इस थेरेपी के साइड इफेक्ट को कम करता है। अश्वगंधा की एक और विशेषता यह है कि यह कैंसर रोगियों को दी जाने वाली कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करता है। क्योंकि कीमोथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के कई साइड इफेक्ट होते हैं।

वजन बढ़ाने के लिए अश्वगंधा का प्रयोग – Ashwagandha Benefits For Weight Gain in Hindi

वजन बढ़ाने के लिए अश्वगंधा काफी फायदेमंद साबित होता है। अगर यह सही मात्रा में लिया जाए तो यह आपके शरीर को मजबूती देने के साथ-साथ सुडौल भी बनाता है। अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो अश्वगंधा के चूर्ण को शतावरी के साथ बराबर मात्रा में लें।

इन मिश्रणों में बराबर मात्रा में मिश्री मिला लें। यह मिश्री आपको किसी भी पंसारी की दुकान पर मिल जाएगी। अब इन तीनों को मिलाकर एक चूर्ण बना ले, रोज रात को सोने से पहले या व्यायाम करने के बाद ऊपर से एक चम्मच गर्म दूध का सेवन करें। 4 से 6 हफ्ते के अंदर आपका वजन पहले से भी अधिक बढ़ जाएगा और शरीर ऊर्जावान हो जाएगा।

आँखों की रोशनी के लिए अश्वगंधा – Aankhon ki Roshni Badhane ke liye Ashwagandha

ज्यादा देर तक पढ़ने वालों की आंखें कमजोर हो जाती हैं। ऑफिस में ज्यादा देर तक कंप्यूटर के सामने बैठने से आंखों की रोशनी कम होने की शिकायत होती है। ऐसे लोगों को दिन में तीन से चार बार ठंडे पानी से आंखें धोने के बाद कम से कम 5-10 मिनट आराम करना चाहिए।

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप एक आसान घरेलू उपाय का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए अश्वगंधा आंवला और मुलेठी पाउडर को बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें।

 इस चूर्ण को रोजाना एक चम्मच खाना खाने के कुछ देर बाद लेने से 4 हफ्ते में ही आंखों को काफी फायदा होता है। अगर किसी ने चश्मा पहना हुआ है तो उसके चश्मे की संख्या में भी कमी आने की काफी संभावना रहती है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए यह बहुत ही अच्छा घरेलू उपाय है।

सहनशक्ति और धीरज बढ़ाये – Increase Stamina and Endurance

अश्वगंधा पाउडर आपके दिमाग को आराम देने के लिए दवा की तरह काम करता है। इसके सेवन से आप में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही अश्वगंधा मन और तन दोनों को शांत रखता है।

इसके सेवन से उत्साह का प्रभाव बढ़ता है और यह तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को कम करता है, जिसके परिणामस्वरूप अश्वगंधा आपको एकाग्रता बनाए रखने में मदद करता है और आपकी सहनशक्ति में सुधार करता है।

इसके सेवन से शरीर की  मांसपेशियों के तनाव में आराम मिलता है और यह जोड़ों के दर्द और शारीरिक दर्द की एक सफल औषधि है।

वीर्य को बढ़ाता है – Increase Semean

दोस्तों अश्वगंधा के सेवन से प्रजनन क्षमता बढ़ती है। इससे स्पर्म काउंट बढ़ता है और अच्छी मात्रा में वीर्य भी बनता है। अश्वगंधा शरीर को शक्ति प्रदान करता है। जिससे पूरे शरीर में आलस नहीं रहता है।

यह हमारे शरीर को उत्तेजित करता है और अपने पार्टनर के साथ योन संबंध बनाने में भी मदद करता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है अश्वगंधा – Increases Immunity

अश्वगंधा में जवानी को बरकरार रखने की काफी शक्ति होती है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके पत्ते और इसकी जड़ो को उबाल कर चाय बनाई जाती है। अश्वगंधा की चाय स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक होती है। इसके सेवन से सर्दी-खांसी, पुराना नजला, जुकाम और श्वांस के रोग में काफी फायदा होता है।

See also  पतंजलि गैस की दवा : फायदे, उपयोग और खुराक – Patanjali Pet gas ki dawa

कई बार अश्वगंधा के पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल एक्जिमा, दाद, खाज, खुजली और फफूंदी जैसे त्वचा रोगों से बचाव के लिए किया जाता है। अश्वगंधा की पत्तियां शरीर की सूजन को कम करने में मदद करती हैं। अश्वगंधा की पत्तियां शरीर पर लगे घाव और किसी भी तरह के घाव को जल्दी ठीक कर देती हैं। अश्वगंधा का चूर्ण किसी भी तेल में मिलाकर शरीर पर मालिश करने से चर्म रोग नहीं होता हैं।

टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाता है – Boosts Testosterone Naturally

यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। अश्वगंधा का उपयोग वीर्य को गाढ़ा करने के लिए भी किया जाता है क्योंकि यह यौन शक्ति को बढ़ाने में काफी मददगार होता है।

और अगर कोई महिला इसका सेवन करती है तो उसकी गर्भधारण करने की क्षमता बढ़ जाती है। अगर 3 महीने तक लगातार लिया जाए तो बाँझपन से छुटकारा मिलने की संभावना अधिक होती है। अश्वगंधा के फायदे के साथ-साथ इसे अधिक मात्रा में खाने के नुकसान भी हैं। इसलिए इसका सेवन निर्धारित सीमा से अधिक न करें।

अश्वगंधा के चूर्ण के फायदे –  Ashwagandha Powder Benefits in Hindi

अगर आप अश्वगंधा का नियमित और निरंतर रूप से सेवन करेंगे तो आप  patanjali ashwagandha churna benefits in hindi का सही से लाभ उठा पाएंगे।

हमने नीचे ashwagandha churna ke fayde बताये है जिन्हे पढ़ने के बाद आप वाकई में इसके फायदे को उठा पाएंगे।

  • इसके चूर्ण को दूध में मिलाकर पीने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

  • Ashwagandha का चूर्ण लेने से खांसी दूर होती है।

  • इसके सुबह-शाम सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

  • इससे  सेवन से आपकी याददाश्त भी बहुत तेज हो जाती है।

  • इससे आपको सिरदर्द और माइग्रेन जैसी बीमारियां भी नहीं होती हैं।
  • अश्वगंधा की पत्तियों को पीसकर शरीर पर लगाने से चर्म रोगों में आराम मिलता है।

अश्वगंधा चूर्ण का सेवन कैसे करें – How To Use Ashwagadha Powder in Hindi

गर्म गुनगुने दूध में अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना चाहिए। और भूखे पेट इसका सेवन कभी न करें। जो लोग अपने शरीर को मजबूत बनाने के लिए इसका सेवन करते हैं, उन्हें व्यायाम के बाद दूध के साथ इसका सेवन करना चाहिए। इससे नसों को आराम मिलता है। और शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए रोजाना दोपहर के भोजन के बाद एक चम्मच अश्वगंधा का चूर्ण पानी के साथ लिया जा सकता है। इसके सेवन से कैंसर होने का खतरा कम होता है। यह दिमाग को शांत रखता है। जो लोग इंटरकोर्स के दौरान जल्दी थक जाते हैं उनके लिए भी यह बहुत कारगर दवा है।

अश्वगंधा के नुकसान – Disadvantages of Ashwagandha in Hindi

इसके अधिक सेवन से नींद आने लगती है। यानी आप बहुत आलसी हो जाते हैं। आपका मन आपको एक और केवल आराम करने के लिए प्रेरित करता है। और आपको बता दें कि इसके ज्यादा इस्तेमाल से आपको पेट, दिमाग और शरीर से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अधिक सेवन से पेट के रोग शुरू हो जाते हैं। अश्वगंधा का अधिक सेवन शरीर को कमजोर कर देता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आशा करता हूँ की अब आप benefits of ashwagandha in hindi के फायदो को सही से समझ पाए होंगे।

अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसदं आया हो तो हमे कमेंट के जरिए जरूर बताएं और आपके परिवार में से कोई अश्वगंधा के फायदों  को जानना चाहता है तो आप उन्हें हमरा यह ashwagandha churna in hindi का लेख भेज सकतें है।

Neerfit ही NeerFit.com के लेखक और सह-संस्थापक हैं। उन्होंने रोहतक (एचआर) से कला स्नातक में स्नातक भी पूरा किया है। वह स्वास्थ्य, फिटनेस,  और bollywood movies के प्रति जुनूनी है।

Leave a Comment